Saturday, November 2, 2013

आज जलेंगे दीये उजाले के

आज जलेंगे दीये उजाले के
संग मेरे रौशनी का जहां होगा
जीत के जश्न की तैयारी कर लो
आज अंधेरों का ज़िक्र न यहाँ होगा


दीपावली की शुभकामनाओं सहित पेश हैं कुछ हाइकू ......
  
(१)
जलाया दीप
आँगन में साजन
तेरे नाम का
(२)

जलती रही
तेरे इन्तजार में
उम्रों की  बाती
(३)
कोई जला दे
अबके दिवाली में
मन दीपक
(४)
बुझी-बुझी सी
रौशनी दीपक की
बिन है तेरे
(५)
दीप जला न
 प्रीत के तेल बिन
रोये है बाती
(६)
यादों के दीप
जलाऊँ मन मीत
इस दिवाली
(७)

रूठे न कभी
दीपक से ये बाती
बंधे यूँ प्रीत
(८)
दूर कहीं जो
जलता देखूँ दीप
तुझे पुकारूँ

(९)

उदास रात
उजाले का दीपक
जला दो तुम
(१०)
घना  अंधेरा
गुनगुना दो तुम
गीत उजाला
(११)

माटी का दीप
अमावस की रात
बना प्रहरी
(१२)
मंगलमय
पावन दीपावली
मिटे अंधेरा

(१३)
आंधी से लड़ा

हँस -हँस के मिटा
अकेला दीया

(१४)

दीप जलाएं
तम हर कोने से
दूर भगाएं
(१५)

रख के पाँव
तम की छाती पर
दीपक जीता

हीर  …