आज जलेंगे दीये उजाले के
संग मेरे रौशनी का जहां होगा
जीत के जश्न की तैयारी कर लो
आज अंधेरों का ज़िक्र न यहाँ होगा
दीपावली की शुभकामनाओं सहित पेश हैं कुछ हाइकू ......
संग मेरे रौशनी का जहां होगा
जीत के जश्न की तैयारी कर लो
आज अंधेरों का ज़िक्र न यहाँ होगा
दीपावली की शुभकामनाओं सहित पेश हैं कुछ हाइकू ......
(१)
जलाया दीप
आँगन में साजन
तेरे नाम का
आँगन में साजन
तेरे नाम का
(२)
जलती रही
तेरे इन्तजार में
उम्रों की बाती
तेरे इन्तजार में
उम्रों की बाती
(३)
कोई जला दे
अबके दिवाली में
मन दीपक
अबके दिवाली में
मन दीपक
(४)
बुझी-बुझी सी
रौशनी दीपक की
बिन है तेरे
(५)
दीप जला न
प्रीत के तेल बिन
प्रीत के तेल बिन
रोये है बाती
(६)
यादों के दीप
जलाऊँ मन मीत
इस दिवाली
(७)
रूठे न कभी
दीपक से ये बाती
बंधे यूँ प्रीत
(८)
दूर कहीं जो
जलता देखूँ दीप
जलता देखूँ दीप
तुझे पुकारूँ
उदास रात
उजाले का दीपक
जला दो तुम
(१०)
घना अंधेरा
गुनगुना दो तुम
गीत उजाला (११)
माटी का दीप
अमावस की रात
बना प्रहरी
(१२)
मंगलमय
पावन दीपावली
मिटे अंधेरा
(१३)
आंधी से लड़ा
हँस -हँस के मिटा
अकेला दीया (१४)
दीप जलाएं
तम हर कोने से
दूर भगाएं
(१५)
रख के पाँव
तम की छाती पर
दीपक जीता
हीर …