बहुत सुन्दर प्रस्तुति...! आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (28-12-2013) "जिन पे असर नहीं होता" : चर्चा मंच : चर्चा अंक : 1475 पर होगी. सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है. सादर...!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...! आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (28-12-2013) "जिन पे असर नहीं होता" : चर्चा मंच : चर्चा अंक : 1475 पर होगी. सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है. सादर...!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...! आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (28-12-2013) "जिन पे असर नहीं होता" : चर्चा मंच : चर्चा अंक : 1475 पर होगी. सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है. सादर...!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...! आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (28-12-2013) "जिन पे असर नहीं होता" : चर्चा मंच : चर्चा अंक : 1475 पर होगी. सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है. सादर...!
क्या कहूँ अपने बारे में...? ऐसा कुछ बताने लायक है ही नहीं बस -
इक-दर्द था सीने में,जिसे लफ्जों में पिरोती रही
दिल में दहकते अंगारे लिए, मैं जिंदगी की सीढि़याँ चढती रही
कुछ माजियों की कतरने थीं, कुछ रातों की बेकसी
जख्मो के टांके मैं रातों को सीती रही। ('इक-दर्द' से संकलित)
26 comments:
मुहब्बत का दरवाज़ा कभी बांध नहीं होता ,भाव भावना के साथ झूलता है !
नई पोस्ट मेरे सपनो के रामराज्य (भाग तीन -अन्तिम भाग)
नई पोस्ट ईशु का जन्म !
रांझे की बांसुरी सी। हीर की मुहब्बत सी। भाव—स्पर्शी
बहुत सुन्दर .
नई पोस्ट : रंग और हमारी मानसिकता
बहुत सुन्दर .
नई पोस्ट : रंग और हमारी मानसिकता
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (28-12-2013) "जिन पे असर नहीं होता" : चर्चा मंच : चर्चा अंक : 1475 पर होगी.
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है.
सादर...!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (28-12-2013) "जिन पे असर नहीं होता" : चर्चा मंच : चर्चा अंक : 1475 पर होगी.
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है.
सादर...!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (28-12-2013) "जिन पे असर नहीं होता" : चर्चा मंच : चर्चा अंक : 1475 पर होगी.
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है.
सादर...!
"बेशक मुहब्बत ने दरवाजा बंद कर लिया था
पर उसके पास अभी भी वो नज़में ज़िंदा हैं
वह उन्हें सीने से लगा पढ़ती भी है
गुनगुनाती भी है …… "
***
बेहद सुन्दर नज़्म...
नम हैं आँखें और मन भी!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (28-12-2013) "जिन पे असर नहीं होता" : चर्चा मंच : चर्चा अंक : 1475 पर होगी.
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है.
सादर...!
वाह !
कहानी कभी खत्म नही होती.. बहुत सुन्दर .
बेशक....और जिन्दा भी रहेगा..खूब..
wah pehli baar apka likha padha...shabd nahi man ko chu gayi apki nazm
बहुत खूबसूरत
बहुत सुन्दर दिल को छू लेनेवाली नज्म ..
:-)
सच मुहब्बत की दिल पर कोई न कोई निशानी हमेश जिन्दा रहती है ..
बहुत सुन्दर नज्म!
क्या खूब शब्दों को बांधा है आपने...बधाई...
हादसों की कहानी ...
नज्में जो बोलती हैं दास्तां मुहब्बत की ...
आपको नववर्ष की मंगल कामनाएं...
बहुत बढ़िया और भावपूर्ण...आप को मेरी ओर से नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं...
नयी पोस्ट@एक प्यार भरा नग़मा:-तुमसे कोई गिला नहीं है
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
lajawab
बहुत खूब...पुरदर्द और पुरअसर...मुहब्बत के बंद दरवाजे से निकली खूबसूरत नज़्म. आपकी हर नज़्म बेहद पसंद आती है...
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