अय अंधेरों !जरा संभलना आज की रात
मैंने डाला है दीयों में उसके नाम का तेल
मैंने डाला है दीयों में उसके नाम का तेल
दीपावली की शुभकामनाओं सहित पेश हैं कुछ हाइकू ......
इन्हें आप यहाँ भी देख सकते हैं ......http://hindihaiku.wordpress.com/2012/11/12/%E0%A4%A4%E0%A5%87%E0%A4%B0%E0%A5%87-%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%AE-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%A6%E0%A5%80%E0%A4%AF%E0%A4%BE/#comment-3419
तेरे नाम का दीया ........
बाती प्रेम की
डाल,दीप जलाया
अब न जाना ।
2
कैसे जलाऊँ
दीपक, तुझ बिन
सूनी दिवाली ।
3
अन्धकार है
मन के दीपक में
करो उजाला ।
4
जलूँ बाती -सी
हर दिवाली, प्रिय
यादों में तेरी ।
5
जलाऊँ प्रिय
तेरे नाम का दीया
हर दिवाली ।
6
दूर दिखे जो
कोई बुझता दीप
करना याद ।
7
दिखे दीप में
बस तेरा चेहरा
प्रीतम मेरे ।
8
डाला दीप में
तेरे नाम का तेल
जलते जाना। ।
9
दीपक रोया
जले है बाती ही क्यों
प्रेम में मेरे ।
10
लौट के आ जा
बुझ न जाए कहीं
उम्र का दीया !
11
बुझा पड़ा है
मुहब्बत का दीया
जलाऊँ कैसे ?
12
इस बार जो
आओ तो जला जाना
प्रेम का दीप ।
यहाँ आने से पहले ही हिन्दी हाइकु पर पढे आपके हाइकु .... बहुत सुंदर ...
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभ-कामनाएं ।
ஜ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
सरस्वती आशीष दें , गणपति दें वरदान !
लक्ष्मी बरसाएं कृपा , मिले स्नेह सम्मान !!
ஜ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
-राजेन्द्र स्वर्णकार
ஜ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
♥~*~दीपावली की मंगलकामनाएं !~*~♥
ஜ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
बहुत शानदार जानदार हाइकु लिखे हैं आपने …
…फिर आऊंगा इन पर कुछ कहने …
:)
बढ़िया हाइकू ...
ReplyDeleteदीवाली की हार्दिक शुभकामनायें !
बढ़िया हाइकू ...
ReplyDeleteदीवाली की हार्दिक शुभकामनायें !
Sundar Haiku...
ReplyDeleteDiwali ki hardik shubhkaamnaayein:-)
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें !!
ReplyDeleteबहुत शानदार हाइकु हैं !!
ReplyDeleteसुंदर संक्षिप्त प्यारा सन्देश
हरे माँ लक्ष्मी हर का क्लेश
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं ...
Bade sundar haiku...
ReplyDeleteDiwali ki anant shubhkamnaye...
Sadar
सुन्दर खट्टे मीठे हाइकु।
ReplyDeleteइस दिवाली पर सभी आशाओं के पूर्ण होने की शुभकामनायें।
यह हाइकु क्या है ??? मुझ को समझा जा .....
ReplyDeleteलौट के आ जा
बुझ न जाए कहीं
उम्र का दीया !
शुभकामनायें!
दीपावली की हार्दिक शुभकामना । मेरी नई पोस्ट प्रेम सरोवर पर ..
ReplyDeleteबहुत शानदार हाइकु
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभकामना
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteDelete
ReplyDeleteBlogger यादें....ashok saluja . said...
यह हाइकु क्या है ??? मुझ को समझा जा ....
आद सलूजा जी हाइकू लिखने की एक अलग विधा है .....
इसे 5 + 7 + 5 के कर्म में लिखा जाता है ....
इसे आप ऊपर दिए लिंक पर जाकर आद रामेश्वर कम्बोज 'हिमांशु' जी के ब्लॉग पर देख सकते हैं ....
जल जल जल जल,
ReplyDeleteतम हर ले अब..
दिया जले रे..
बढिया, बहुत सुंदर
ReplyDeleteदीपावली की ढेर सारी शुभकामनाएं
हाइकु को 3+5+3 क्रम में भी लिखा जा सकता है जी ।
ReplyDeleteअगली बार आपसे इसी की उम्मीद रहेगी।
आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 08 - 11 -2012 को यहाँ भी है
ReplyDelete.... आज की नयी पुरानी हलचल में ....
कुछ पटाखे , कुछ फुलझड़ियाँ और कुछ उदास चुप्पियाँ.. .
आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 15 - 11 -2012 को यहाँ भी है
ReplyDelete.... आज की नयी पुरानी हलचल में ....
कुछ पटाखे , कुछ फुलझड़ियाँ और कुछ उदास चुप्पियाँ.. .
इस बार जो
ReplyDeleteआओ तो जला जाना
प्रेम का दीप ।
दीप पर्व की अनंत शुभकामनाएं
बहुत सुन्दर...
ReplyDeleteजगमग करते हायकू...
आपको दीपोत्सव की अनेक शुभकामनाएँ हीर जी..
सादर
अनु
जगमगाते हाइकू आपके रचनात्मक सफर को सदा रौशन रखें.
ReplyDeleteिसबार जो आओ
ReplyDeleteजला जाना
प्रेम का दीप
सुंदर हाइकू ।
शुभ दीपावली हीर जी ।
happy dipawali..!
ReplyDeleteदीपक रोया
ReplyDeleteजले है बाती ही क्यों
प्रेम में मेरे । ... किसे चुनूँ किसे रहने दूँ
अति सुन्दर....
ReplyDeleteजलूँ बाती -सी
ReplyDeleteहर दिवाली, प्रिय
यादों में तेरी ।
bahut khoob heer ji
waah sabhi acche hain...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर हाइकु
ReplyDeleteदूर दिखे जो
ReplyDeleteकोई बुझता दीप
करना याद ।....कुछ पुराना लिखा याद आया !
गर है तो अपनी बस यही
उम्मीद तुमसे मुख़्तसर
जब कभी तुमको लगे
दिल परेशां बे-सबब
याद करना, एक पल
क्या पता ऐसा भी हो
कि जिस दिए की आंच में
जल रहे हो तुम, वही
मुझ तक पहुँच जाती है और
कुछ है झुलस जाता है जो...
दीपक रोया
ReplyDeleteजले है बाती ही क्यों
प्रेम में मेरे ।
kya koi pyar karne vala ye prashn kabhi poochhega vah to man ke bhav man se hi pahchan lega.nice presentation.
ਵਾਹ ਕਿਆ ਬਾਤ ਹੈ
ReplyDelete..........
ਧਰਤੀ ਦੀ ਹਿੱਕ ਰੰਬੇ ਪੁੱਟੀ
ਕੱਢੀ ਮਿੱਟੀ , ਪਾਣੀ ਗੁੱਧੀ
ਅੱਗ ‘ਚ ਤਪ ਬਣੀ ਦੀਵਾ
.............
ਸਰੋਂ ਦੇ ਦਾਣੇ ਆਪਾ ਗਵਾਇਆ
ਕੋਹਲੂ ਨੇ ਤਨ ਪੀੜ
ਰੱਤ ਨਿਚੋੜੀ , ਬਣਿਆਂ ਤੇਲ
.............
ਇੱਕ ਵੜੇਵਾਂ , ਮਿੱਟੀ ਰੁਲਿਆ ,ਆਪਾ ਮਿਟਾ
ਕਪਾਹ ਦਾ ਫੁੱਲ ਬਣ , ਤੂਬੇ ਚੜ੍ਹ
ਤਾਰ ਤਾਰ ਹੋਇਆ, ਰੋਇਆ
ਬੱਤੀ ਬਣੀ
...................
ਫਿਰ ਇੱਕ ਤੀਲੀ ਆਈ , ਲਾ ਗਈ ਅੱਗ
ਸੜ ਰਿਹਾ ਰੋਮ ਰੋਮ ਬੱਤੀ ਦਾ
ਹੋ ਰਿਹਾ ਕੁਰਬਾਨ ਤੇਲ
ਧੁਆਂਖਿਆ ਮੂੰਹ ਦੀਵੇ ਦਾ
....ਇਹ ਮੇਰਾ ਜੀਵਨ ਹੈ ..
.....ਤੇਰੇ ਲਈ ਤਾਂ ਬੱਸ..
..ਚਾਨਣ ਦਿੰਦਾ ਦੀਵਾ ਹੀ ਹੈ ਨਾ.
ਜਸਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ
पोस्ट दिल को छू गयी.......कितने खुबसूरत जज्बात डाल दिए हैं आपने..........बहुत खूब
ReplyDeleteबेह्तरीन अभिव्यक्ति .आपका ब्लॉग देखा मैने और नमन है आपको और बहुत ही सुन्दर शब्दों से सजाया गया है लिखते रहिये और कुछ अपने विचारो से हमें भी अवगत करवाते रहिये.
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये आपको और आपके समस्त पारिवारिक जनो को !
मंगलमय हो आपको दीपो का त्यौहार
जीवन में आती रहे पल पल नयी बहार
ईश्वर से हम कर रहे हर पल यही पुकार
लक्ष्मी की कृपा रहे भरा रहे घर द्वार..
यही होते हैं क्या हाईकू ..?
ReplyDeleteमैं तो बड़ा डरता था इन से
ஜ۩۞۩ஜஜ۩۞۩ஜஜ۩۞۩ஜ
ਓਏ ਹੋਏ ਜੀ --- ओये होए जी
ਕਮਾਲ ਦੇ ਹਾਇਕੂ --- कमाल दे हाइकु
ਲਾਕ੍ਖ ਵਧਾਈ --- लक्ख वधाई
ਤ੍ਵਾਦੀ ਕਲਾਮ --- त्वाडी कलम
ਜਦ ਵੀ ਕੁਜ ਲਿਕ੍ਖੇ --- जद वी कुज लिक्खे
ਸੋਨਾ ਉਗਲੇ --- सोना उगले
ஜ۩۞۩ஜஜ۩۞۩ஜஜ۩۞۩ஜ
ஜ۩۞۩ஜஜ۩۞۩ஜஜ۩۞۩ஜ
अच्छे हाइकु
सारे ही बेहतर
मन भा गए
पसंद आया
आपका यह रूप
लगे रहिए…
ஜ۩۞۩ஜஜ۩۞۩ஜஜ۩۞۩ஜ
Blogger manu said...
ReplyDeleteयही होते हैं क्या हाईकू ..?
मैं तो बड़ा डरता था इन से
हा ...हा ....हा .....मनु जी कहिये खोदा पहाड़ निकली चुहिया ....
हाँ भाव अगर उभर जाये तो अच्छे लगते हैं ...
हाँ भाव अगर उभर जाये तो अच्छे लगते हैं ...
ReplyDeletebhaav hi ubhar rahe the ..
प्रेम को दीपावली के रंग में रंग दिया आपने | बढ़िया |
ReplyDeleteprakash failati rachna:))
ReplyDeleteदिये पर सुंदर हाइकु ....हरकीरत जी ...!!
ReplyDeleteशुभकामनायें ....
हरकीरत जी ...आप हमेशा ही कमाल का लिखती हैं ....हर हायकू लाजवाब ..खास कर ये
ReplyDeleteलौट के आ जा
बुझ न जाए कहीं
उम्र का दीया !
बहुत बढ़ियाँ हाइकु ....
ReplyDeleteशुभकामनाएँ...
:-)