tag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post1712990781099514729..comments2023-12-14T13:04:08.227+05:30Comments on हरकीरत ' हीर': बस इक हत्या....हरकीरत ' हीर'http://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comBlogger51125tag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-21664683297750374582012-07-17T22:36:41.926+05:302012-07-17T22:36:41.926+05:30एक ही जीवन में ...सब के जीवन में इतना दर्द क्यूँ ह...एक ही जीवन में ...सब के जीवन में इतना दर्द क्यूँ हैं ...क्यूँ ????Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-72267916568534510032012-07-15T11:42:23.306+05:302012-07-15T11:42:23.306+05:30वाह....एक से बढ़कर एक...."खंडहर" तो बहुत...वाह....एक से बढ़कर एक...."खंडहर" तो बहुत ही खूबसूरत लिखा है...<br /><br />सादर..Arvind kumarhttps://www.blogger.com/profile/03504629875847185653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-62263932367387371792012-07-15T02:00:55.267+05:302012-07-15T02:00:55.267+05:30दराल साहब की भी चिंता वाजिब है। आनन्द जी भी ध्यान...दराल साहब की भी चिंता वाजिब है। आनन्द जी भी ध्यान दे। ये विशेषांक जल्द अपनी अंतिम रूप में आये इससे बेहतर बात भला और क्या हो सकती है। उम्मीद है वह दिन भी आएगा। <br />.<br />सभी क्षणिकाएं बहुत ही अच्छी है। सुंदर प्रस्तुति।उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-33217604075453969062012-07-14T14:00:17.946+05:302012-07-14T14:00:17.946+05:30हर कविता एक से बढ़कर एकहर कविता एक से बढ़कर एकOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-81937129841347650392012-07-14T09:56:09.470+05:302012-07-14T09:56:09.470+05:30आपके एहसासों के अंदर जीवंत मोहब्बत में एह नहीं कित...आपके एहसासों के अंदर जीवंत मोहब्बत में एह नहीं कितने पोर्ट्रेट छुपे होते हैं , हर किसी की नजर नहीं पहचान सकती , हो सकता है मैं भी पूरे न पाऊं , लेकिन जो भी दिखे उनके अंदर छनकती झांजर का चेहरा कहीं न कहीं कोई न कोई बात कर ही जाता है |Darshan Darveshhttps://www.blogger.com/profile/12199453189017666485noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-61746117813037616372012-07-13T18:45:39.323+05:302012-07-13T18:45:39.323+05:30क्या लिखा है आपने
दर्द आपके अंतर्मन से निकलकर हमार...क्या लिखा है आपने<br />दर्द आपके अंतर्मन से निकलकर हमारे अंतर्मन को छू गयी<br />मर्मस्पर्शी !!<br />अद्भुत !!शिवनाथ कुमारhttps://www.blogger.com/profile/02984719301812684420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-27624365230534237302012-07-13T18:45:26.491+05:302012-07-13T18:45:26.491+05:30क्या लिखा है आपने
दर्द आपके अंतर्मन से निकलकर हमार...क्या लिखा है आपने<br />दर्द आपके अंतर्मन से निकलकर हमारे अंतर्मन को छू गयी<br />मर्मस्पर्शी !!<br />अद्भुत !!शिवनाथ कुमारhttps://www.blogger.com/profile/02984719301812684420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-67484007537443672652012-07-13T16:23:19.428+05:302012-07-13T16:23:19.428+05:30अंक तो छपेगा ही डॉ साहब ....
बस इंतजार करते रहिये ...अंक तो छपेगा ही डॉ साहब ....<br />बस इंतजार करते रहिये ....<br />अब अवधि इस वर्ष के अंत तक बढ़ा दी गई है .....हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-59273113970189771822012-07-13T15:48:31.767+05:302012-07-13T15:48:31.767+05:30संपादन से नाम वापस ले लेंगे तो हमारी भेजी रचनाओं क...संपादन से नाम वापस ले लेंगे तो हमारी भेजी रचनाओं का क्या होगा जो हमने आपके भरोसे भेजी थी . <br />अब तो आप जिम्मेदारी से बच नहीं सकती जी .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-53063534577925495592012-07-13T09:47:05.069+05:302012-07-13T09:47:05.069+05:30नि:शब्द हूँ ..........नि:शब्द हूँ ..........Sarashttps://www.blogger.com/profile/04867240453217171166noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-35620561380047454132012-07-12T19:30:47.864+05:302012-07-12T19:30:47.864+05:30बहुत प्रभावशाली और बेहतरीन प्रस्तुति...बहुत प्रभावशाली और बेहतरीन प्रस्तुति...रजनीश तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/10545458923376138675noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-46025038315600909362012-07-12T17:46:15.784+05:302012-07-12T17:46:15.784+05:30आपके शब्दों का तो मैं कायल हूँ. बहुत पहले से आपको ...आपके शब्दों का तो मैं कायल हूँ. बहुत पहले से आपको पढता रहा हूँ. दुआ है आप यूँ ही लिखती रहें.Akhileshwar Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/10881251799462130074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-48664599999278965462012-07-12T13:34:18.714+05:302012-07-12T13:34:18.714+05:30वाह! हर क्षणिका में आंसुओं निशाँ किस कदर निखर कर उ...वाह! हर क्षणिका में आंसुओं निशाँ किस कदर निखर कर उभरे हैं...neerahttps://www.blogger.com/profile/16498659430893935458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-90724582195291985732012-07-12T12:14:04.473+05:302012-07-12T12:14:04.473+05:30हिलाने देने , थर्रा देने वाली रचनाएं | बेहद उम्दा...हिलाने देने , थर्रा देने वाली रचनाएं | बेहद उम्दा |amit kumar srivastavahttps://www.blogger.com/profile/10782338665454125720noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-8155269099666777902012-07-12T09:13:52.627+05:302012-07-12T09:13:52.627+05:30इन नाजुक और मार्मिक क्षणिकाओं के लिए कुछ भी कहने क...इन नाजुक और मार्मिक क्षणिकाओं के लिए कुछ भी कहने के लिए निशब्द हूँ ....!Sonroopa Vishalhttps://www.blogger.com/profile/13054319903540240654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-36824566732036743642012-07-12T06:46:37.975+05:302012-07-12T06:46:37.975+05:30मार्मिक...... अत्यंत मार्मिक ....मार्मिक...... अत्यंत मार्मिक ....Vandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-91972316317807831742012-07-11T20:18:24.856+05:302012-07-11T20:18:24.856+05:30gehre tak kahin shabdon ne jagah bana li hai dil m...gehre tak kahin shabdon ne jagah bana li hai dil me.<br /><br />gehen abhivyakti.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-31308612844248435962012-07-10T21:05:33.729+05:302012-07-10T21:05:33.729+05:30ब्लॉग पर पधारने और उत्साहवर्धन का धन्यवाद.स्नेह इस...ब्लॉग पर पधारने और उत्साहवर्धन का धन्यवाद.स्नेह इसी तरह मिलता रहेगा , ऐसी अपेक्षा है .S.N SHUKLAhttps://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-38377123670934438492012-07-10T20:23:57.469+05:302012-07-10T20:23:57.469+05:30अंतर्मन में जब दर्द गहराता है तब वह बाहर निकलने को...अंतर्मन में जब दर्द गहराता है तब वह बाहर निकलने को बेताब हो उठता है ...कुछ ऐसी ही तीव्र हलचल आपकी रचनाओं में पढने को मिले जो मन को उदेलित कर सोचने पर मजबूर करती हैं.<br /> .जब कोई काम बोझिल होने लगता है तो उससे मुक्ति पाने में ही भलाई है...<br />बहुत बढ़िया सार्थक रचनाएँकविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-15211095808598754822012-07-10T18:59:58.296+05:302012-07-10T18:59:58.296+05:30अच्छा है. आपने मेरे ब्लॉग पर कमेन्ट किया अच्छा लगा...अच्छा है. आपने मेरे ब्लॉग पर कमेन्ट किया अच्छा लगा. मैंने कविता से स्वप्न की बात एडिट कर दी है, सुझाव के लिए शुक्रिया. उम्मीद है आगे भी मार्गदर्शन मिलता रहेगा.deepakkibatenhttps://www.blogger.com/profile/14301325134751200493noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-32550103712914018012012-07-10T17:11:37.623+05:302012-07-10T17:11:37.623+05:30कमाल का लिखा है हर लम्हा ... अपने आप कों रोके रखता...कमाल का लिखा है हर लम्हा ... अपने आप कों रोके रखता है और विवश करता है सोचने कों ... अध्बुध है आपका दर्द ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-10535742193948357762012-07-10T10:09:02.384+05:302012-07-10T10:09:02.384+05:30साधु-साधुसाधु-साधुArun sathihttps://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-28755671556634102642012-07-10T08:49:22.407+05:302012-07-10T08:49:22.407+05:30aap bahut accha likhti hain heer jee ...likhte rah...aap bahut accha likhti hain heer jee ...likhte rahiye ....Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-36706541028014025642012-07-09T22:27:59.831+05:302012-07-09T22:27:59.831+05:30जैदी जी , इस अतिथि संपादन ने मेरे दो वर्ष ले लिए औ...जैदी जी , इस अतिथि संपादन ने मेरे दो वर्ष ले लिए और पत्रिका अभी तक नहीं छ्प पाई .....<br />इन दी वर्षों में मेरा लेखन भी प्रभावित हुआ ...नियमित रूप से ब्लॉग चला ही नहीं पाई .....<br />अब मैंने आनंद जी से कह दिया है मैं अतिथि संपादन से नाम वापस लेती हूँ ....हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-428364154866066678.post-50577431610118963642012-07-09T21:12:47.299+05:302012-07-09T21:12:47.299+05:30वह रोज़ पीता है
डूबती जा रही ज़िन्दगी का जाम
और ...वह रोज़ पीता है <br />डूबती जा रही ज़िन्दगी का जाम <br />और मौत धीरे-धीरे <br />उसके ज़िस्म के <br />हर अंग को छूकर देखती है <br />अपने पैर कहाँ से फैलाऊँ ......!!<br /><br />हर शब्द दिल में तीखा प्रहार करता है. बहुत ही प्रभावशाली सभी की सभी नज्में.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.com